शीर्षक - राम मिलेंगे


राम मिलेंगे सेवा के हर धाम में
राम मिलेंगे मानवता के काम में
राम मिलेंगे विश्वासों की छाव में
राम मिलेंगे अंतरमन के गांव में
राम मिलेंगे विषय वस्तु के शोध में
राम मिलेंगे  राम  सेतु  के  बोध में
राम मिलेंगे  मर्यादा से जीने में
राम मिलेंगे बजरंगी के सीने में


राम मिलेंगे सहज़ सरल उपकारों में
राम मिलेंगे  जीवन  के  किनारों  में
राम मिलेंगे पावन सी इस भूमि पर
राम मिलेंगे समरभूमि की भूमि पर
राम मिलेंगे देखों भगवत गीता में
राम मिलेंगे  देखो  माता सीता में
राम मिलेंगे  आदिकाल से धर्मों में
राम मिलेंगे जीवन के इन कर्मों में



राम मिलेंगे आने वाले कल में भी
राम मिलेंगे घटते बढ़ते पल में भी
राम मिलेंगे गहराई के भाव में
राम मिलेंगे प्रश्नों के सुझाव में
राम मिलेंगे शबरी के स्वभाव में
राम मिलेंगे  सत्य के  प्रस्ताव में
राम मिलेंगे  साधु  औऱ  संतों में
राम मिलेंगे अपने प्रिय भक्तों में



राम मिलेंगे साधक जैसी महफ़िल में
राम मिलेंगे  भाग दौड़ की मंज़िल में
राम मिलेंगे वर्णन करती सृष्टि पर
राम मिलेंगे दो नयनों की दृष्टि पर
राम मिलेंगे  तप  करती  तपस्या  में
राम मिलेंगे ध्यान कर्म और विद्या में
राम मिलेंगे  जीने  की हर युक्ति में
राम मिलेंगे परम् धाम की मुक्ति में



राम मिलेंगे विचारों के बिन्दु पर
राम मिलेगे धैर्य के शीर्षबिंदु पर
राम मिलेंगे सूरज  के प्रकाश में
राम मिलेंगे घरती व आकाश में
राम मिलेंगे  प्राण  देती  वायु  में
राम मिलेंगे बोध कराती मृत्यु में
राम मिलेंगे  बातों  के  संवाद में
राम मिलेंगे मन के शांतिवाद में



राम मिलेगे सच्चाई के दर्पण में
राम मिलेंगे पूजा जैसे अर्पण में
राम मिलेंगे  पावनता  के मार्गों में
राम मिलेंगे अंतरमन की सासों में
राम मिलेंगे  मर्यादा  के  दृश्य  में
राम मिलेंगे विश्लेषण के मूल्य में
राम मिलेंगे कर्तव्यों के निर्वाह में
राम मिलेगे गुणवत्ता के प्रवाह में


राम मिलेंगे रामसेतु के पत्थर में
राम मिलेगे घटते बढ़ते मंज़र में
राम मिलेंगे  तम को हरते सवेरे में
राम मिलेंगे मानक जो हो गहरे में
राम मिलेंगे साधक और तपस्वी को
राम मिलेगे मन से जो यशसस्वी हो
राम मिलेंगे  चन्द  सूरज तारों में
राम मिलेंगे वर्णन करती धारो में


राम मिलेंगे पावन चारों धाम में
राम मिलेंगे दिनचर्या की राम में
राम मिलेगे तुमको जनक दुलारी में
राम मिलेंगे  जामवंत  जैसी यारी में
राम मिलेंगे  सरयू  की पावनता में
राम मिलेंगे कौशल्या की ममता में
राम मिलेंगे भूखों की इन प्यासो में
राम मिलेंगे  केवट  के  विश्वासों में


राम मिलेंगे सहज़ सरल व्याहारों में
राम मिलेंगे  श्री  नाम  के  नारों  में
राम मिलेंगे  अग्नि  जल वायु में
राम मिलेंगे घायल हुऐ जटायु में
राम मिलेंगे  परिवार  की  रेखा  पर
राम मिलेंगे तुमको लक्ष्मणरेखा पर
राम मिलेंगे पर्वत और पहाड़ो में
राम मिलेंगे  जीवन के सहारों में


राम मिलेंगे निष्ठा और त्याग में
राम मिलेंगे तुमको  भू-भाग में
राम मिलेंगे भगवन के अवतार में
राम मिलेंगे जीने  के  संस्कार  में
राम मिलेंगे अन्याय से लड़ने में
राम मिलेंगे सच्चाई पर बढ़ने में 
राम मिलेंगे  तुमको  समाधान में
राम मिलेगे भारत की पहचान में


राम मिलेंगे सत्य के परिणाम में
राम मिलेंगे वंदन और प्रणाम में
राम मिलेंगे  दृष्टि  के  चुनाव में
राम मिलेंगे केवट वाली नाव में
राम मिलेंगे पुरुषार्थ की खोज में
राम मिलेंगे देखो नयन सरोज में 
राम मिलेंगे आदर  व सम्मान में
राम मिलेंगे केवल हिन्दुस्थान में


कवि--प्रवीण तोमर